अनुसंधान करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:- पुलिस को नए-नए साधन जुटाकर जहाँ अपराधियों की धरपकड़ के भिन्न-भिन्न तरीके ढूंढने पड़ रहे हैं, वहीं अपराधियों ने भी आधुनिक संसाधनों से बच निकलने के नए-नए तरीके ढूंढ निकाले हैं। एक और अपराधी जहां बचने की नीयत से बंदी प्रत्यक्षीकरण, न्यायालय की अवमानना जैसी झूठी याचिकाओं का सहारा लते हैँ, वहीं पुलिस पर मानवाधिकारों के खुले उल्लंघन का आरोप लगाकर कानून से बचने का प्रयास करते हैं। कई बार हिरासत में रखे अभियुक्त थाने के लोकअप में दरवाजे से सिर फोड़ कर, थाने के बाथरूम में पड़े ब्लेड इत्यादि से अपने को घायल कर, बाथरूम की खिड़की से फंदा लगाकर, रसोई से चाकू उठाकर अपना गला काटने के प्रयास इत्यादि की घटनाओं से पुलिस को परेशानी में डाल देते हैं। इस प्रकार के अनेक मामलों के चलते, घर में घुसकर मारपीट करना, औरतों के साथ बदसलूकी करना, चोरी आदि की अनेक शिकायतें पुलिसकर्मियों के विरूद्ध दबाव डालने के लिए आती ही रहती हैं। कई बार आम जनता द्वारा मुल्जिम की थाने में पिटाई की जाने की फरमाइशें की जाती हैं और कहा जाता है कि जब तक पुलिस अच्छी तरह से बदमाशों की
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