लाडनूं (कलम कला न्यूज)। स्थानीय नगर पालिका में वर्ष 2011-12 का वार्षिक बजट 9 करोड़ रूपये का पारित किया गया। बजट में कोई भी नया प्रावधान शामिल नहीं किया गया है, केवल पूर्व मदों में राशि बढाई गई है।
अनेक प्रमुख आय मदों की अनदेखी
इसमें पशुवध गृहों से व मांस बाजार से आय को बिल्कुल ही नहीं दर्शाया गया है, जबकि एक्ट व बाईलॉज में इसका स्पष्ट प्रावधान है। तहबाजारी किराए की आय भी बिलकुल ही नहीं बताई गई है, जबकि लाडनूं में तहबाजारी चल रही है। आईडीएसएमटी योजना, निर्बन्ध योजना व अन्य आय नहीं दिखाई गई तथा विधायक व सांसद काटे से 30 लाख की आय बताई गई है। ज्ञातव्य रहे कि वर्ष 2009-10 व वर्ष 2010-11 में विधायक व सांसद कोटे से नगरपालिका को एक पैसा भी नहीं मिला है, जबकि निर्बन्ध योजना में धनराशि प्राप्त हुई है। कुल अनावर्तक आय 5 करोड़ 50 लाख 15 हजार, आवर्तक आय 2 करोड़ 88 लाख 95 हजार 100 एवं प्रारम्भिक शेष 60 लाख 89 हजार 900 बताते हुए बजट तैयार किया गया है।
कैसे बढाया 10 गुना खर्च
बजट की व्यय मदों में कुछ में अत्यधिक वृद्धि दर्शाई गई है। यात्रा भत्ता गत वर्ष 2010-11 में मात्र 19 हजार 800 था, लेकिन इस वर्ष यह प्रावधान 2 लाख रूपये कर दिया गया, पुस्तकें व समाचार पत्र खरीद के गत वर्ष कुल व्यय 5 हजार 100 था, जिसे बढाकर 20 हजार कर दिया गया। प्रचार विज्ञापन के वास्तविक व्यय 1 लाख 54 हजार 600 को बढाकर 4 लाख कर दिया गया। बिजली सामान क्रय का पिछला वास्तविक आंकड़ा 2 लाख 51 हजार 400 था, जिसे बढाकर 8 लाख कर दिया गया है। पशु फाटक के लिए मय चारा व अन्य खर्च सहित वास्तविक खर्च 28 हजार 300 था, जिसे बढाकर ढाई लाख कर दिया गया।
बिना कर्मचारी ही उनके 3 लाख के भत्ते
बजट में उद्यान अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन-भत्ते बिलकुल ही नहीं बताए गए हैं क्योंकि ऐसे कर्मचारी व अधिकारी हैं ही नहीं, परन्तु इसके बावजूद अन्य भत्ते उन्हीं के लिए 3 लाख के दिखा दिए गए हैं।
पालिका फण्ड का ये कैसा उपयोग
कुल 21 लाख 50 हजार रूपये पालिका फण्ड विकास मदों में खर्च किए जाने बताए गए हैं। पालिका फण्ड से नई सड़कों के निर्माण के लिए कोई भी प्रावधान नहीं रखा गया है, परन्तु पालिका फण्ड से ही अन्य नये निर्माण कार्यों पर 10 लाख रूपये खर्च किए जाने दिखाए गए हैं, राम जाने वे कहां खर्च होंगे। इसी प्रकार पालिका फण्ड से सड़को व भवन के रखरखाव पर 5 लाख रूपये, सार्वजनिक शौचालयों व मत्रालयों के निर्माण पर 2 लाख रूपये, बिजली लाईन वृद्धि के लिए 2 लाख रूपये, उद्यान निर्माण के लिए 50 हजार, पालिका भवनों के रखरखाव के लिए 2 लाख रूपये खर्च करने के लिए प्रावधान रखे गए हैं।
कच्ची व गंदी बस्तियों की पूरी उपेक्षा
राज्य सरकार द्वारा पूरा जोर देकर कच्ची व गंदी बस्तियों का सुधार करने के लिए प्राथमिकता से धनराशि खर्च करने के आदेशों की बजट में पूरी तरह अवहेलना की गई है। कच्ची बस्ती सुधार एवं इससे सम्बंधित किसी भी कार्य के लिए कोई योजना व खर्च के लिए कोई प्रावधान बजट में नहीं रखा गया है। आईडीएसएमटी, ईएफसी निर्बंध योजना के तहत कोई खर्च प्रावधान नहीं रखा गया है। सहभागी योजना में मात्र 35 लाख का प्रावधान किया गया है, जो बहुत कम है।
दबाव से पारित हुआ बजट
बजट पारित तो अवश्य हो गया, बजट की प्रतियां सदस्यों को मात्र एक से दो दिनों पूर्व ही उपलब्ध कराई गई तथा उन पर दबाव बनाया गया कि अगर बजट पास नहीं हुआ तो नगर पालिका के सारे कार्य रूक जाएंगे। इससे बजट को जैसा का तैसा पारित करना पड़ा। बजट प्रावधानों को पढने व उन्हें समझने का मौका ही पार्षदों को नहीं मिला। लेकिन यह स्पष्ट है कि बजट बनाने में कोई संजीदगी नहीं बरती गई, जबकि यह काम कमेटियों को सौंपा जाता तो बजट बेहतरीन बन सकता था। लाडनूं पालिका का 9 करोड़ का बजट पारितसंजीदा हाथोंं से नहीं बना बजट, मजबूरी में करना पड़ा पारित
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